RS Shivmurti

चंदौली के जनप्रतिनिधियों पर एआईएमएम के पूर्वांचल सचिव ने दागा बड़ा सवाल: कहा – सिर्फ अपने भौकाल और प्रमोशन के चक्कर में पड़े जनप्रतिनिधि, जनता का हो रहा डिमोशन….

खबर को शेयर करे

चंदौली: खबर जनपद चंदौली से है जहां मुख्यालय स्थित एआईएएमएम पार्टी के कार्यालय पर पूर्वांचल सचिव संजय सिंह ने प्रेसवार्ता का आयोजन कर चंदौली के जनप्रतिनिधियों पर बड़ा सवाल दागा है। प्रेस वार्ता के माध्यम से उन्होंने कहा कि चंदौली के जनप्रतिनिधि सिर्फ अपने भौकाल और प्रमोशन से वास्ता रखते हैं और जनता का डिमोशन हो रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा पार्टी के दो राज्य सभा सांसद, दो मंत्री और तीन विधायक होने के बावजूद जनपद का विकास पिछड़ा है। उन्होंने कहा कि एक राज्यसभा सांसद के रेल मंत्रालय की स्थाई समिति की सदस्य नामित होने के बावजूद चंदौली – मझवार रेलवे स्टेशन पर कोई एक्सप्रेस ट्रेन का स्टॉपेज ना होना विकास की बात करने वाले जनप्रतिनिधियों के वादे पर बड़ा कुठाराघात है।

RS Shivmurti

वहीं उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि कुछ दिन पूर्व चंदौली की जनता को बड़ा तोहफा देने के वादे की बात पर भी जनता को ठगा गया है। बिछिया से लेकर जिला अस्पताल तक हाइवे के अंडरपास को पिलर पर उठाने का वादा किया गया था, इतना ही नहीं बकायदा सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के दिग्गज मंत्री नितिन गडकरी के साथ फोटो साझा कर लिखित आश्वासन के साथ कार्य कराने का वादा किया गया था, लेकिन यहां भी जनता को ठगा गया। कहा कि ऐसे जनप्रतिनिधियों से जनता का मन उठ चुका है। जिस प्रकार 2024 लोस चुनाव में भाजपा के सांसद का सूपड़ा साफ हुआ है, उसी प्रकार कथनी – करनी में अंतर करने वालों का भी नामोनिशान साफ हो जाएगा।

इसे भी पढ़े -  डॉ. धनंजय सिंह दोबारा बने उत्तर प्रदेश प्राइवेट नर्सिंग एवं पैरामेडिकल कॉलेज एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष

बिजली विभाग की विजलेंस टीम की मनमानी पर उठाया सवाल…

प्रेस वार्ता के दौरान एआईएएमएम के पूर्वांचल सचिव ने आगे बिजली विभाग के विजलेंस टीम की मनमानी का बड़ा सवाल उठाया। कहा की इनके द्वारा जनता को ठगने के साथ ही बिना अनुमति के किसी के घर के अंदर घुसकर बिजली भुगतान किए जाने के नाम पर वसूली तक को अंजाम दिया जा रहा है, लेकिन कोई जनप्रतिनिधि जनता की इस समस्या के बाबत कोई कदम नहीं उठा रहा है, कुछ समय पूर्व भाजपा नेता द्वारा इस मुद्दे को प्रभारी मंत्री के विकास कार्यों की समीक्षा के दौरान भी उठाया गया था, लेकिन समस्या ज्यों की त्यों बनी हुई है।

ब्यूरोचीफ गणपत राय

Jamuna college
Aditya