


वाराणसी– आईआईटी (बीएचयू) ने अपने प्रतिष्ठित 1975 बैच के स्वर्ण जयंती पुनर्मिलन समारोह का भव्य आयोजन एनी बेसेंट व्याख्यान सभागार में किया। इस विशेष अवसर पर दुनिया भर से 100 से अधिक पूर्व छात्र एकत्र हुए और अपनी स्नातक शिक्षा के 50 वर्ष पूरे होने का जश्न मनाया। इस आयोजन में 180 से अधिक लोगों ने भाग लिया, जिसमें पूर्व छात्र अपने परिवारों के साथ शामिल हुए। समारोह के दौरान, पूर्व छात्रों ने आईआईटी (बीएचयू) में बिताए अपने यादगार क्षणों को ताज़ा किया और अपनी शैक्षणिक यात्रा व व्यावसायिक जीवन की कहानियाँ साझा कीं।

इस आयोजन की गरिमा को बढ़ाने के लिए आईआईटी (बीएचयू) के निदेशक प्रो. अमित पात्रा और संसाधन एवं पूर्व छात्र अधिष्ठाता प्रो. हीरालाल प्रमाणिक उपस्थित रहे। उन्होंने अपने प्रेरणादायक विचार साझा किए और संस्थान के विकास में पूर्व छात्रों की भूमिका को रेखांकित किया।
इसके अलावा, अलुमनी एसोसिएशन ऑफ आईआईटी बीएचयू के अध्यक्ष नितिन मल्होत्रा और वरिष्ठ उपाध्यक्ष रामजी अग्रवाल ने भी सभा को संबोधित किया और पूर्व छात्रों के नेटवर्क को मजबूत करने में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। इस कार्यक्रम का सफल आयोजन स्वर्ण जयंती पुनर्मिलन समारोह के संयोजक के. चंद्रशेखर के नेतृत्व में किया गया, जिन्होंने पूर्व छात्रों को इस ऐतिहासिक आयोजन के लिए एकजुट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस अवसर पर, 1975 बैच के उन सदस्यों को श्रद्धांजलि अर्पित करने हेतु दो मिनट का मौन रखा गया, जो अब हमारे बीच नहीं रहे। यह स्वर्ण जयंती पुनर्मिलन न केवल पूर्व छात्रों के बीच स्थायी संबंधों को उजागर करता है, बल्कि यह भी प्रमाणित करता है कि आईआईटी (बीएचयू) ने छात्रों के जीवन में एक अमिट छाप छोड़ी है।