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फर्जी पुलिस अधिकारी बनकर धोखे से फ्राड गई रकम (1,00,000/.रू) पीड़ित के खाते में साइबर क्राइम पुलिस थाना द्वारा वापस कराया गया–

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पुलिस अधीक्षक मऊ इलामारन जी के निर्देशन में साइबर अपराध व साइबर अपराधियों के विरूद्व चलाये जा रहें अभियान के क्रम में अपर पुलिस अधीक्षक श्री महेश सिंह अत्रि तथा क्षेत्राधिकारी नगर/अपराध के निकट पर्यवेक्षण में साइबर क्राइम पुलिस थाना जनपद मऊ के टीम द्वारा सार्थक प्रयास करते हुये आनलाइन ठगी के शिकार श्री गोधन गिरि पुत्र राजतन गिरि निवसी बैरासी थाना धोसी जनपद मऊ का फ्राडर की धनराशि अथक परिश्रम कर उनके खाते में वापस कराया गया । आवेदक द्वारा उच्चधिकारियों व साइबर क्राइम पुलिस थाना के अधिकारी/कर्मचारियों का आभार व्यक्त किया ।
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घटनाक्रमः-
साइबर फ्राडर ने आवेदक को “डरा-धमकार की आप एक पार्सल में ड्रग्स मिला अगर बचना है तो पैसे भेज दो बच जाओगें” फर्जी पुलिस अधिकारी बनकर धोखे से फ्राड कर बैंक खाता में 1,00,000/- रू जामा करा लिया फ्राड कि जानकारी हुई जिसपर आवेदक द्वारा तत्काल साइबर पोर्टल पर शिकायत किया गया।

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साइबर अपराध किसी के साथ और किसी भी प्रकार से घटित हो सकता है। बस जागरूक रहकर ही साइबर अपराध से बचा जा सकता है

किसी भी प्रकार का साइबर अपराध होने पर तत्काल निम्नलिखित तरिकों के माध्यम से सूचना दें।

  1. साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930/112 पर कॉल करें।
  2. www.cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करें। तथा जनपद थाना व साइबर क्राइम सेल से तत्काल सम्पर्क करें।

बरामदकर्ता-
निरीक्षक हरेन्द्र कुमार यादव मय टीम, साइबर क्राइम पुलिस थाना जनपद-मऊ।

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Aditya